“जब 50-50 कोस दूर गांव में कोई बच्चा रोता है…तो माँ कहती है सो जा, नहीं तो गब्बर आ जाएगा।” फिल्म “शोले” का विलेन गब्बर सिंह, जब ये डायलॉग बोलता है तो देखने वाले भी डर जाते हैं। इसमें कोई दोराय नहीं कि फिल्मी दुनिया में बॉलीवुड का परचम लहराने में जितना महत्वपूर्ण योगदान फिल्मी हीरोज का है, उतना ही विलेन्स का भी है। बॉलीवुड में खलनायकों की भूमिका शुरुआत से ही बहुत खास रही है। कई विलेन्स आए और गए लेकिन कुछ विलेन्स अपनी दमदार एक्टिंग से ऐसी छाप छोड़ गए, जिसे सदियों तक याद किया जाएगा। आज हम आपको बताएंगे कि बेटे रियल लाइफ में क्या कर रहे हैं।
अमजद खान
अमिताभ बच्चन की फिल्म ‘अग्निपथ’ के कांचा चीना यानी डैनी डेन्जोंगपा बॉलीवुड के मशहूर विलेन्स में से एक हैं। ‘हम’, ‘खुदा गवाह’, ‘घातक’ जैसी फिल्मों में काम करने वाले डैनी के बेटे का नाम रिन्ज़िंग डेन्जोंगपा है। रिन्ज़िंग जल्द ही बॉलीवुड में डेब्यू की तैयारी कर रहे हैं। ‘शोले’ के गब्बर सिंह यानी अमजद खान का वो रोल तो शायद ही कभी कोई भूल पाएगा। जब उन्होंने अपनी एक्टिंग और दमदार डायलॉग डिलीवरी से गब्बर सिंह के किरदार को सदियों के लिए अमर कर दिया। अपने पिता की तरह उनके बेटे शादाब खान ने भी फिल्मों में करियर बनाने की सोची लेकिन कुछ बात नहीं बनी।
अमरीश पुरी
बैडमैन गुलशन ग्रोवर भी बॉलीवुड के खलनायकों की लिस्ट का एक सॉलिड नाम है। जहां एक ओर गुलशन में अपनी दमदार एक्टिंग बॉलीवुड में अपना अलग मुकाम बनाया। वहीं उनके बेटे को फिल्मी लाइन में कोई दिलचस्पी नहीं है। वो तो बिजनेसमैन हैं। 80 और 90 के दशक के बेहतरीन स्टंटमैन और विलेन एम.बी. शेट्टी के बेटे रोहित शेट्टी बॉलीवुड के मशहूर डायरेक्टर-प्रोड्यूसर हैं। ‘गोलमाल’, ‘चेन्नई एक्सप्रेस’, ‘दिलवाले’ उनकी बड़ी फिल्मों में से एक हैं।
विवेक ओबेरॉय के पिता सुरेश ओबेरॉय भी अपने समय के खास विलेन रह चुके हैं। अपने पिता के नक्शे-कदम पर चलते हुए विवेक ने एक्टिंग करने की ठानी और एक्टिंग की दुनिया में नाम कमाया। एक और जहां अमरीश पुरी ने अलग-अलग अवतारों में विलेन बनकर दर्शकों का मनोरंजन किया। वहीं उनके बेटे राजीव पुरी फिल्मी दुनिया से दूर हैं। राजीव एक मरीन नेविगेटर के तौर पर काम करते हैं।