मौसम के बदलाव के अनुसार कई कीड़े मकोड़े आ जाते है जिनका डंक दर्दनाक तो होता ही है साथ ही उनका जहर भी काफी समस्यायें उत्पन्न कर देता है. कुछ जीवों के काटने से तो मनुष्य की मृत्यु तक हो जाती है. कनखजूरे या कर्णकीट भी इन्ही में एक हैं, जो की काटने के साथ कभी-कभी शरीर में चिपक जाते हैं या कान में घुस जाते हैं. तो चलिए जानते हैं कनखजूरे काटने के आयुर्वेदिक घरेलू इलाज और घर पर इसे आने से कैसे रोकें.अगर किसी चूहे को कनखजूरा काट लेता है, तो उसकी तत्काल मौत हो जाती है, लेकिन ऐसे में इंसान को डरने की कोई जरूरत नहीं है. क्योंकि इंसान को अगर कनखजूरा काट ले तो उसकी मौत नहीं होती है, लेकिन उसको बहुत ही ज्यादा दर्द होता है. दरअसल, अगर कोई भी जीव किसी दूसरे जीव को काटता है तो उसके पीछे की वजह ये है कि या तो उसे आत्मरक्षा करनी होती है या फिर वो भूखा होता है.आपको बता दें कि यदि कनखजूरा किसी इंसान को काट लेता है तो वो उसके शरीर जहर में छोड़ देता है, जिसकी वजह से ऑक्सीजन की प्रक्रिया धीमी हो जाती है. जिसकी वजह से उस व्यक्ति को सांस लेने में तकलीफ हो जाती है, बहुत दर्द होता है, लेकिन व्यक्ति की मौत नहीं होती है.
कनखजूरा के काटने
कनखजूरा के काटने से इंसान को थकान होने लगती है, क्योंकि खून में ऑक्सीजन की प्रक्रिया को धीमी कर देता है, जिसकी वजह से इंसान बिलकुल टूट जाता है. बता दें कि इसके काटने के बाद डाक्टर से ईलाज जरूर करवाना चाहिए, लेकिन फिर भी हम आपको कुछ घरेलू ईलाज से रूबरू कराने जा रहे हैं.यदि किसी के कान में कनखजूरा घुस जाए तो तुरंत पानी में सेंधा नमक मिलाकर कान में टपकाए, जिससे वो मर जाने के साथ ही बाहर निकल जाएगा.यदि किसी इंसान के अंग से कनखजूरा चिपक जाए तो तुंरत चीनी या भूरा लेकर उसके मुंह पर डाले तुरंत आराम मिलेगा. यदि किसी को कनखजूरा काट लेता है तो दारू हल्दी और सेंधा नमक का संभाग मिलाकर कूट-पीसकर कपड़े में छान कर ले, फिर गाय के घी का लेप लगाएं, जिससे विष का असर खत्म होने लगेगा.यदि कनखजूरा काट ले तो हल्दी, दारू हल्दी और सेंधा नमक का संभाग मिलाकर कूट-पीसकर कपड़छन कर ले. फिर गाय के घी में मथकर लेप कर दे। विष फौरन खत्म हो जाएगा.विषैले कीड़े, बर्र, कनखजूरा और बिच्छू काटने पर प्याज को कुचलकर उसका लेप लगाना चाहिए.
कनखजूरों से छुटकारा पाने का तरीका
कनखजूरे या कर्णकीट को सड़े-गले पौधे और गीली पत्तियां खाना पसंद है. वे आपकी फुलवारी और बगीचे में घुस जाते हैं और वे आपके घर में भी घुस जाते हैं. कनखजूरे से छुटकारा पाने के लिए इन तरीको का पालन करें. अपने यार्ड में उथले टीन का डिब्बा रखें (जो बिल्ली के भोजन के डिब्बे की तरह हो). उसे डेढ़ इंच (1.25 से. मी.) तक वनस्पति तेल से भरें. यह कनख़जूरों को आकर्षित करेगा, वे रेंगते हुए आएंगे और डूब जाएंगे. टीन के डिब्बे को खाली करके जरूरत के अनुसार दोबारा भर लें.
अपने घर की नींव के चारों ओर उपयुक्त कीटनाशकों का छिड़काव करें. अपनी फुलवारी की सड़ी हुई घास पर अच्छी तरह छिड़काव करें और अपने घर के उप मंजिल के नीचे, रेंगने के स्थान को न भूलें. पहले छिड़काव की कोशिश करें. अगर उससे काम न बने तो पायसीकरणीय कीटनाशक को भरपूर पानी में मिलाकर उसका प्रयोग करें कनख़जूरों के लिए, जो मिट्टी के नीचे छिपे हुए होते हैं. जो जानवर कनख़जूरों का शिकार करते हैं, वे उनकी जनसंख्या को कम करने में मदद कर सकते हैं और इसे नियंत्रण में रख सकते हैं. पक्षियों को आकर्षित करने के लिए पक्षियों का चुग्गा या घोसलों के लिए डिब्बे लगाएं. ये आपको कनखजूरों से छुटकारा दिल सकते हैं.