छोटी उम्र में बड़ा नाम कमाने वाले बहुत ही कम लोग होते हैं और इनका जज्बा कबीले तारीफ होता है। सही कहा गया है की इंसान को अपनी सोच हमेशा बड़ी रखनी चाहिए और जो सोच बड़ी रखता है वही अपने जीवन में सफल हो पाता है। आज हम आपको ऐसे ही एक बच्चे से रूबरू कराएंगे जिसने खेलने कूदने की उम्र में वो मुकाम हासिल कर दिखाया जो कि लोग अपनी पूरी जिंदगी में नहीं कर पाते है।
व्यापार जगत में नाम
15 साल की उम्र के इस बच्चे ने व्यापार जगत में अपना नाम कर दिखाया है। मुंबई में रहने वाले इस बच्चे का नाम तिलक मेहता है जिसने अपने आइडिया और काम से सभी को हैरत में डाल दिया है। तिलक मेहता के आइडिया के पीछे की वजह उनके पापा की थकान है, अब आप सोचेंगे कि थकान कैसे किसी के आइडिया की उपज हो सकती है। आपको बताते दें कि तिलक भी आम बच्चों जैसे ही है लेकिन उनके सोचने के तरिके ने उन्हें आज लोकप्रिय बना दिया है।
रास्ता खोज निकाला
दरअसल एक बार जब तिलक अपने पापा का इंतजार कर रहे थे कि कब उनके पापा आए और वह उनके साथ अपनी जरूरी कॉपियां लेने जाएं लेकिन जब उनके पापा घर आए तो उनकी थकान देख तिलक ने उनके सामने अपनी बात रखना ठीक नहीं समझा और उनकी इस थकान को दूर करने का रास्ता खोज निकाला। तिलक ने इस बात पर गौर किया कि जब वो ऐसी चीजों का सामना कर रहें हैं और बच्चे भी कर रहे होंगे। कई महिलाएं भी होंगी जो अपने काम के लिए घर पर इंतजार करती है की उन्हें उनकी चीजें कोई बाहर से दिलाएं।
तिलक ने इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए अपना आईडिया पापा विशाल मेहता के साथ शेयर किया और उन्हें अपने बेटे का सुझाव अच्छा लगा। तिलक का आईडिया कोरियर का बिजनेस शुरू करने का था लेकिन यह जरा हटकर था। बता दें कि तिलक केवल 24 घंटे के भीतर बच्चों और महिलाओं के लिए डिलेवरी देने वाली सर्विस शुरू करना चाहते थे पर उनकी इस पहल को उनके पापा ने समझा और विशाल मेहता ने आइडिया को बिजनेस का रुप देने के लिए बैंक पहुंचे जहां उनकी मुलाकात बैंक अधिकारी घनश्याम पारेख से हुई।